Etawah में कथावाचक की जाति को लेकर नहीं हुई पिटाई, ये है असली वजह, लोगों ने कहा- सही किया
21 जून को उत्तर प्रदेश के इटावा में यादव समाज के कथावाचक मुकुट मणि अपने सहयोगी संत सिंह व्यास और अन्य साथियों के साथ कथा सुनाने दादरपुर गांव पहुंचे थे. जहां उन्होंने कथा सुनाई, लेकिन 22 जून की रात को कुछ लोगों ने उनके साथ मारपीट की. इस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया था. लेकिन अब इस मामले ने नया मोड़ ले लिया है. बताया जा रहा है कि महिलाओं के साथ बदसलूकी करने पर कथावाचकों की पिटाई की गई.
उत्तर प्रदेश के इटावा में यादव कथावाचकों के साथ अमानवीय व्यवहार और मारपीट के मामले में चार आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद अब यह मामला और पेचीदा होता नजर आ रहा है. मंगलवार को ब्राह्मण महासभा ने दोनों कथावाचकों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया और उन्हें भी आरोपी बनाने की मांग की. दरअसल, आरोप यह है कि कथावाचकों ने महिलाओं के साथ बदसलूकी की थी. हालांकि, इस मामले में कोई लिखित शिकायत नहीं दी गई है. महासभा के प्रदेश अध्यक्ष अरुण दुबे के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बृजेश कुमार श्रीवास्तव से मुलाकात कर कथावाचक और उनके साथियों के खिलाफ तहरीर सौंपी।
महासभा का आरोप है कि कथावाचक ने अपनी जाति छिपाई, धार्मिक भावनाएं भड़काईं और महिलाओं के साथ अभद्र व्यवहार किया। संगठन ने चेतावनी दी कि यदि शीघ्र उचित कार्रवाई नहीं की गई तो आंदोलन किया जाएगा। कथावाचक पर गंभीर आरोप इस बीच समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष प्रदीप शाक्य ने ब्राह्मण महासभा के आरोपों को गलत बताया। उन्होंने कहा कि यदि कथावाचक के खिलाफ पहले कोई आपत्ति थी तो पहले शिकायत क्यों नहीं की गई। उन्होंने कहा कि यदि कथावाचक के खिलाफ गलत तरीके से कोई कार्रवाई की गई तो एसपी को भी आंदोलन करने पर मजबूर होना पड़ेगा। पीड़ित महिला रेनू तिवारी ने भी एसएसपी से मुलाकात कर कथावाचक पर गंभीर आरोप लगाए। आधार कार्ड से जाति का पता चला
महिला का कहना है कि कथावाचक ने उसके साथ अभद्र व्यवहार किया और उसके बैग से बरामद आधार कार्ड पर अग्निहोत्री लिखा हुआ मिला। इससे उसकी जाति पर संदेह हुआ। महिला ने यह भी आरोप लगाया कि कथावाचक ने जानबूझकर उसकी कहानी को बिगाड़ा है। आरोपी युवक मनु के चाचा सोनू तिवारी ने आरोप लगाया कि कथावाचक ने न केवल अपनी जाति छिपाई बल्कि गांव के लोगों को भी जानबूझकर भ्रमित किया।
कोई लिखित शिकायत नहीं दी गई
उन्होंने कहा कि कथावाचकों में से एक की बहन गांव के पास ही रहती है, उससे जानकारी मिलने पर ही सच्चाई सामने आई। इटावा के एसएसपी बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि बकेवर मामले को लेकर कुछ लोग मिले हैं। उनकी बात सुनी गई है, लेकिन अभी तक कोई लिखित शिकायत नहीं मिली है। पुलिस निष्पक्ष जांच कर रही है और जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
अब इस नए विवाद के सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर लोगों की प्रतिक्रियाएं भी आनी शुरू हो गई हैं। महिलाओं के साथ अभद्र व्यवहार की बात सुनकर लोगों ने कहा कि ऐसे बयानबाजों के साथ यही होना चाहिए, यह बिल्कुल सही था।
अगर आपको ऐसी ही और देश की अपडेट्स चाहिए तो Tophindinews.in पर विजिट करते रहें!