---Advertisement---

Ola, Uber, Rapido को राहत: Bike Taxi को मिली कानूनी मंजूरी

By
On:
Follow Us

Rate this post

Bike Taxi को मिली कानूनी मंजूरी: Ola, Uber, Rapido की सस्ती राइड का रास्ता हुआ साफ

भारत में शहरी सफर को आसान और सस्ता बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया गया है। सरकार ने अब प्राइवेट मोटरसाइकिल को भी बाइक टैक्सी सर्विस के रूप में इस्तेमाल करने की अनुमति दे दी है। इस फैसले से Ola, Uber और Rapido जैसी कंपनियों की सेवाओं को कानूनी मान्यता मिल गई है, जिससे लाखों यूजर्स को अब और ज्यादा किफायती और सुविधाजनक ट्रांसपोर्ट विकल्प मिलेगा।

अब Bike Taxi बनेंगी पूरी तरह वैध — जानिए क्या है नया आदेश

पिछले कुछ महीनों से बाइक टैक्सी को लेकर कानून में स्पष्टता की कमी के चलते कई राज्य असमंजस में थे। लेकिन अब केंद्र सरकार की ओर से जारीMotor Vehicle Aggregator Guidelinesने तस्वीर साफ कर दी है।

इन गाइडलाइंस के तहत अब राज्य सरकारों को यह अधिकार दिया गया है कि वे चाहें तोनॉन-ट्रांसपोर्ट मोटरसाइकिल(Private Bikes) को भी Aggregator Apps के ज़रिए कमर्शियल राइडिंग के लिए परमिशन दे सकती हैं।

सरकार का मानना है कि यह कदम ट्रैफिक जाम को कम करने, वायु प्रदूषण घटाने और यात्रियों के लिए एक सस्ता व सुलभ विकल्प देने में बेहद प्रभावी साबित होगा।


Bike Taxi के नए नियम क्या कहते हैं?

मोटर व्हीकल एग्रीगेटर गाइडलाइंस के अनुसार:

  • राज्य सरकारेंतय करेंगी कि बाइक टैक्सी सेवाओं को लाइसेंसरोजाना, साप्ताहिक या पखवाड़ा आधारपर दिया जाए या नहीं।

  • लाइसेंस जारी करने के बदलेAggregator Apps से शुल्कभी लिया जा सकता है।

  • राज्य सरकारों को इस नियम को लागू करने कीपूर्ण स्वतंत्रतादी गई है — वे चाहें तो इसे लागू करें, ना चाहें तो न करें।

इसका मतलब यह है:

हर राज्य के लिए यह नियम अलग हो सकता है। कोई राज्य बाइक टैक्सी को मंजूरी दे सकता है, जबकि कोई राज्य उसे अवैध भी घोषित कर सकता है।


कर्नाटक का मामला: जब बाइक टैक्सी पर लगी रोक

कर्नाटक इस नए कानून का अपवाद रहा है। 16 जून से कर्नाटक सरकार ने राज्य में बाइक टैक्सी सेवाओं को बंद कर दिया। राज्य के परिवहन मंत्रीरामलिंगा रेड्डीने इस फैसले की पुष्टि करते हुए कहा कि संबंधित कंपनियों को अदालत के आदेश का पालन करना होगा।

रेड्डी के अनुसार –
“तीन महीने पहले अदालत ने स्पष्ट रूप से कहा था कि बाइक टैक्सी सेवा अवैध है। कोर्ट ने पहले 6 हफ्तों का समय दिया था, फिर अपील पर और 6 हफ्तों का समय बढ़ाया गया। अब कुल 12 हफ्ते बीत चुके हैं, इसलिए कंपनियों को अब हाईकोर्ट के आदेश का पालन करना होगा।”

यानी:

जहां एक ओर केंद्र सरकार ने बाइक टैक्सी को मंजूरी दी है, वहीं कर्नाटक में यह सर्विस अब भी बंद है।


Bike Taxi क्यों है फायदेमंद?

बाइक टैक्सी सेवाओं की मांग में तेजी से वृद्धि हुई है — और इसके पीछे कुछ ठोस वजहें हैं:

  • कम किराया:Ola और Rapido की बाइक राइड्स अक्सर ऑटो या कैब्स से 30-50% सस्ती होती हैं।

  • ट्रैफिक से बचाव:बाइक टैक्सी भारी ट्रैफिक से आसानी से निकल जाती है।

  • फास्ट राइड:शॉर्ट डिस्टेंस के लिए यह सबसे तेज और किफायती तरीका है।

  • मोबाइल ऐप से बुकिंग:Rapido और Uber जैसी ऐप्स से बुकिंग करना बेहद आसान है।

  • कम प्रदूषण:एक सवारी पर एक बाइक का उपयोग ट्रैफिक और प्रदूषण दोनों को घटाता है।


भारत में Mobility Future के लिए बड़ा कदम

यह नया कानूनी कदम न केवल यात्रियों के लिए राहत लेकर आया है बल्कि लाखों युवाओं के लिएरोजगार का नया अवसरभी बन सकता है।

अगर राज्य सरकारें इसे मंजूरी देती हैं, तो लाखों निजी बाइक मालिक अबअतिरिक्त इनकमके लिए बाइक टैक्सी के रूप में अपनी बाइक का इस्तेमाल कर पाएंगे। यहगिग इकॉनॉमीको मजबूत करेगा और देश के ट्रांसपोर्ट सिस्टम को अधिक कुशल और स्मार्ट बनाएगा।

₹25 पैसे में 1KM दौड़ेगी भारत की पहली गियर वाली EV Bike, रेंज 172KM! लॉन्च हुई Matter Aera


नया रास्ता, नई उम्मीदें

बाइक टैक्सीको मिली कानूनी मंजूरी भारत में शहरी परिवहन के भविष्य को नया आकार देने की दिशा में एक साहसी कदम है।

जहां एक ओर इससे लोगों को ट्रैफिक से राहत और सस्ती राइड मिलेगी, वहीं दूसरी ओर ग्रीन ट्रांसपोर्ट और युवाओं को रोजगार देने की दिशा में भी यह कदम बेहद अहम है।

अब देखना होगा कि राज्य सरकारें इस फैसले को कितनी तत्परता से लागू करती हैं।


FAQ 

1. क्या अब भारत में बाइक टैक्सी पूरी तरह वैध है?

हां, केंद्र सरकार ने निजी बाइक को भी Aggregator Apps के ज़रिए टैक्सी सेवा के रूप में इस्तेमाल करने की अनुमति दी है। हालांकि, इसे लागू करने का अधिकार राज्य सरकारों को दिया गया है।

2. क्या Rapido और Uber Moto अब कानूनी हैं?

अगर राज्य सरकार अनुमति देती है, तो हां। Rapido और Uber Moto अब निजी बाइक के साथ पूरी तरह से वैध सेवा दे सकते हैं।

3. बाइक टैक्सी के लिए लाइसेंस कैसे मिलेगा?

राज्य सरकारें तय करेंगी कि बाइक टैक्सी एग्रीगेटर्स को लाइसेंस रोजाना, साप्ताहिक या पखवाड़ा आधार पर कैसे दिया जाए। साथ ही, उनसे शुल्क भी लिया जा सकता है।

4. कर्नाटक में बाइक टैक्सी क्यों बंद है?

कर्नाटक हाईकोर्ट के आदेश के अनुसार बाइक टैक्सी अवैध है, और राज्य सरकार ने आदेश का पालन करते हुए 16 जून से इसे बंद कर दिया है।

5. बाइक टैक्सी से ट्रैफिक और प्रदूषण पर क्या असर होगा?

बाइक टैक्सी छोटे वाहनों के उपयोग को बढ़ावा देती है जिससे ट्रैफिक कम होता है और प्रदूषण भी घटता है।

6. क्या बाइक टैक्सी से रोजगार के अवसर बनेंगे?

बिलकुल, यह गिग इकोनॉमी का हिस्सा है और लाखों बाइक मालिकों को अतिरिक्त आमदनी का मौका मिल सकता है।

7. क्या सभी राज्यों में बाइक टैक्सी की अनुमति होगी?

नहीं, यह राज्य सरकार की मर्जी पर निर्भर करता है। कुछ राज्य इसे लागू करेंगे, कुछ नहीं।

Top Hindi News

TopHindiNews.in एक भरोसेमंद हिंदी न्यूज़ पोर्टल है, जहाँ आप हर बड़ी और सच्ची खबर तेजी से पाते हैं। इस वेबसाइट को एक ऐसी मीडिया टीम संचालित करती है, जो पिछले 15 वर्षों से समाचार एजेंसी चला रही है। हमारा मकसद है – लोगों तक निष्पक्ष, प्रमाणिक और समय पर खबरें पहुँचाना।

For Feedback -ppsingh0333@gmail.com

Leave a Comment